विधानसभा क्षेत्र होडल के चुनावों में इस बार भी पिछले विधानसभा चुनावों की तरह ही विकास कार्य ही प्रमुख मुददे उभर कर आ रहे हैं। होडल विधानसभा चुनावों में पिछले दस सालों से हसनपुर यमुना पुल निर्माण प्रमुख चुनावी मुददा रहा है। भाजपा व कांग्रेस पार्टी प्रत्याशियों के द्वारा यमुना पर पुल निर्माण को ले कर वायदे किए जाते हैं व हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर द्वारा भी हसनपुर में हुई जनसभा में यमुना पुल निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया गया था। उत्तरप्रदेश में तो यमुना पुल निर्माण के कार्य को आरम्भ कर दिया गया है। लेकिन हरियाणा के हिस्से में बनने बाले पिलरों के निर्माण के लिए अभी तक जमीन तक को भी एक्वायर नहीं किया गया है। इसके अलावा लगातार दस सालों से होडल के बस अडडे पर महाराजा अग्रसेन पार्क के निर्माण व अस अडडे को किसी अन्य स्थान पर बनाए जाने तथा पिछले लगभग बीस सालों से सब डिपो के समाप्त होने पर उसको बहाल करने का मुददा भी प्रत्येक विधानसभा चुनावों के समय उछाला जाता है। हालंाकि तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर द्वारा होडल में हुई अपनी जनसभा में महाराजा अग्रसेन पार्क को बनाने की घोषणा करने के दस साल बीत जाने के बाद भी इसका निर्माण नहीं कराया गया है। इसके अलाबा बाबरी मोड़ पर स्थित आधुनिक अनाज मंड़ी को भी दस साल बीत जाने के बाद भी विकसित नहीं करने का मुददा भी विधानसभ चुनाव में उठाया जा रहा है। होडल विधानसभा क्षेत्र का सबसे ज्वलंत मुददा रेलगाडिय़ों का है। पलवल से आगे रूंधी, शोलाका, बंचारी, होडल रेलवे स्टेशनों पर ईएमयू शटल चलाए जा रहे थे। जो कि कोरोना काल में लगभग बंद कर दिए गए हैं। जिससे इस क्षेत्र के हजारों नोजवानों को अपनी नौकरी पर जाने के लिए बसों का सहारा लेना पड़ रहा है। जिससे उनके ऊपर हजारों रूपए प्रतिमाह का आॢथक अतिरिक्त बोझ पड़ा है। इसके अलावा होडल रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेक्स गाडिय़ों के ठहराव की मांग का भी मुददा चुनाव में उभर कर आ रहा है। इन सब मुददों को ले विपक्षी पार्टियों के उम्म्ीदवारों द्वारा हरियाणा में सरकार आने पर पूरा कराने का दावा किया जा रहा है व सतारूढ़ पार्टी उम्मीदवार को इसके कारण नागरिकों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है।
