कोविड-19 के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए, सिविल सर्जन ने बैठक बुलाई। इसमें सभी स्वास्थ्य अधिकारियों एवं आईएमए की मीटिंग का आयोजन किया गया।स्वास्थ्य विभाग की प्रवक्ता डॉ सुषमा चौधरी ने बताया कि सिविल सर्जन डॉ जय भगवान जाटान ने कोविड एडवाइजरी को ध्यान में रखते हुए एक बैठक बुलाई। इस बैठक में सभी डिप्टी सिविल सर्जन, एसएमओ इंचार्ज, नागरिक अस्पताल पलवल के सभी स्पेशलिस्ट डॉक्टर एवं IMA के सेक्रेट्री डॉ राजीव गुप्ता ने भाग लिया। सिविल सर्जन ने मीटिंग में हाल ही में पुनः सलाह दी। उन्होंने वहां उपस्थित सभी को निर्देश दिए कि नागरिक अस्पताल फ्लू कॉर्नर स्थापित करें, ऑक्सीजन प्लान्ट को फंक्शनल करें, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर मशीन, ऑक्सीजन प्लान्ट एवं ICU को एक्टिव मोड पर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी प्राइवेट अस्पतालों को निर्देश दिए कि आपने हस्पताल में कोविड के मरीजों के लिए 10 प्रतिशत बैड रिज़र्व रखे। इसके अलावा उन्होंने वॉर रूम स्थापित करने के निर्देश दिए। जिसमें स्टाफ को राउंड द क्लॉक ड्यूटी पर रहने की हिदायत दी। सिविल सर्जन ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि अस्पताल की तैयारी सुनिश्चित करें जैसे कि बिस्तरोंआइसोलेशन बेड्स, ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स एवं अन्य दवाओं की उपलब्धता, पीपीई किट, N-95 मास्क, रिएजेंट किट्स, VTM आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने हिदायत दी की इमरजेंसी और ओपीडी में स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा मास्क का उपयोग एवं IPC प्रोटोकॉल का सही क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। सिविल सर्जन ने SMO CH पलवल को निर्देश दिए की स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोविड-19 के लक्षणों, प्रबंधन और दिशानिर्देशों पर रिफ्रेशर प्रशिक्षण देकर संवेदनशील और पुनः उन्मुख करें और कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार के प्रति जागरूकता बढ़ाएं जैसे कि श्वसन शिष्टाचार, हाथ की स्वच्छता, सामाजिक दूरी, सार्वजनिक स्थानों में थूकने से बचना, भीड़-भाड़ में मास्क पहनना, बार-बार हाथ धोना आदि।विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले मामलों जैसे बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, बच्चों, इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज्ड और को-मॉर्बिडिटी वाले मरीजों की निगरानी करें। जिला निगरानी इकाई रुझानों की निगरानी करे, सभी और मामलों का अनुपात देखें, और संशोधित निगरानी रणनीति के अनुसार पर्याप्त नमूने परीक्षण हेतु भेजे