हरियाणा सरकार द्वारा गावों को स्वच्ठ बनाने के लिए चलाए जा रहे मॉडल गांव योजना स्कीम के तहत होडल ब्लॉक के 20 गावों का पंचायत के द्वारा चयन करके उनको हरियाणा सरकार के पास अनुमति के लिए भेजा गया है। हरियाणा सरकार द्वारा गावों को शहरों की तरह विकसित करने के लिए मॉडल गावों का निर्माण किया जा रहा है। इसके तहत ग्राम पंचायत सरपंचो के द्वारा अपने गावों को मॉडल गांव घोघित कराने के लिए उनको ब्लॉक पंचायत कार्यालय में भेजना होता है। जिसके लिए गांव में घर- घर से कूढ़ा उठाने के लिए गाडिय़ों को लगाया जाता है तथा गांव से बाहर एक कूढ़ाघर बना कर पूरे गांव का कूढ़ा वहीं पर एकत्रित किया जाता है। इसका मुख्य उददेश्य गावों को स्वच्छ बना कर उनको मॉडल बनाना होता है। इसी स्कीम के अंतर्गत होडल ब्लॉक के अंतर्गत पडऩे वाले 36 गावों में से 20 गावों बंचारी, वासंवा, भुलवाना, डाडका, दीघौट, गौढोता, हिदायतपुर, खिरबी, लाडियाका, मरौली, मित्रोल,, नागल ब्राहमण, पेंगलतू, रूंधंी, सेवली, सीहा, सैलोटी, शोलाका, सोंध, तुमसरा गांवो की ग्राम पंचायतों ने अपने गांव को मॉडल गांव योजना के लिए भेजा गया है। खंड समन्वयक एंवम सहायक परियोजना अधिकारी चेतराम ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम परियोजना आरम्भ की गई है। इसके तहत ग्राम पंचायत को अपने ग्राम को इस परियोजना में शामिल करने का प्रस्ताव ब्लॉक पंचायत कार्यालय में भेजने पर एक कचरा शेड़ का निर्माण किया जाता है, जिसमें गांव का सूखा कचरा व तरल कचरे को गांव की जोहड़ में ड़ाला जाता है। उन्होंने बताया कि इसके तहत 3 हजार तक की आबादी वाले गांव की पंचायत को टीन शेड़ के निर्माण के लिए 3.85 लाख रूपए, 3000 से 700 की आबादी के गांव को 5.98 लाख तथा 7 हजार से ऊपर की आबादी के गांव को 10 लाख रूपए की राशि एफ एफ सी,ग्राम पंचायत, ब्लॉक समिति व जिला परिषद द्वारा प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि इसके बाद गांव का कमेटी द्वारा मुआयना करने के बाद इस परियोजना को आरम्भ किया जाता है। उन्होंने बताया कि सरकार का मुख्य उदेदश्य गावों को साफ सुथरा रखना है।
