पलवल सिविल सर्जन डाक्टर जयभवान जाटान को प्राईवेट अस्पतालों के खिलाफ की गई कार्रवाई का खामियाजा उनको अपने तबादले को ले कर भुतने को मजबूर होना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार के आदेशोंनुसार जिला सिविल सर्जन डाक्टर जयभगवान जाटान के द्वारा पलवल जिले में प्रईवेट अस्पतालों के खिलाफ ताबड़तोड़ नर्सिंग होमों की जांच का कार्य आरम्भ किया गया था। इसी कड़ी में ही उनकी टीम के द्वारा एक जून को किशोरी नर्सिंग हेाम बिघाबली में चल रहे नर्सिंग होम की जांच करने पर वहंा पर ड़ाक्टर राजरानी के मिलने पर कागजातों को नहीं पाए जाने पर मामाला दर्ज कराया गया था। इस क्लीनीक के साथ भाजपा पार्टी के एक नेता के तार जुड़े होने के कारण ग्रामीणों के द्वारा जिला उपायुक्त पलवल से जांच कराने की मांग भी की गई थी। बताया जा रहा है कि उक्त भाजपा नेता के द्वारा इस मामाने को अपना व्यक्तिगत मामला बना कर मुख्यमंत्री के दरबार में यह मामला ले जा कर जिला सिविल सर्जन का तबदला कराया गया है। ऐसा माना जा रहा है उक्त क्लीनीक पर जिला सिविल सर्जन के आदेश पर की गई कार्रवाई के कारण ही उक्त भाजपा नेता द्वारा उनका तबादला कराया गया है। इस मामाले को ले कर विपक्षी पार्टिंयों के नेताओं के द्वारा इसको ले कर मुददा बना कर इसको जनता के सामने पेश करने की तैयारियंा की जा रही है। विपक्षी पार्टियों के नेताओं के द्वारा एक भाजपा नेता द्वारा इस प्रकार से खुलेआम अवैध रूप से चल रहे एक क्लीनीक के खिलाफ सिविल सर्जन द्वारा की गई कार्रवाई की जांच नहीं करा कर सीधे उनके तबादले को कर देने से इसको अधिकाारियों में भय पैदा करने से जोड़ कर देखा जा रहा है व अगामी दिनों में इसको ले कर आन्दोलन की भी तैयारियंा की जा रही हैं।डाक्टर जय भगवान जाटान का कहना है कि तबादला एक सरकारी दिनचर्या का हिस्सा है तथा उनको किसी से कोई शिकायत नहीं है।
