नागरिक अस्पताल के सीएमओ को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार करने के बाद पलवल सीएमओ की सीट खाली हो गई है । हालाकि लिंक ऑफ़िसर के रूप में फरीदाबाद के सीएमओ डा जयंत आहूजा को पलवल का चार्ज सौपा गया था । शिक्षाविद डा हरित बैसला का कहना है की लिंक ऑफिसर ज़्यादातर फरीदाबाद ही रहते है और पलवल नागरिक अस्पताल में कम ही समय निकल पाते है। जिस वजह से पूरे हॉस्पिटल के सारे काम लटकने से बड़ी अवयवस्था फेल गई है। एक सीएमओ के पास हॉस्पिटल की सभी फाइनेंशियल्स शक्तियां होती है। जिससे दवाई खरीदने, नए काम व सभी प्रशासनिक प्रतिक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका होती है, लेकिन पलवल में सीएमओ ना होंने की वजह से तमाम फाइल लंबित पड़ी हुई है और सुविधाओं का टोटा होता नज़र आ रह है । डा हरित बैसला ने बताया कि उन्होंने इस अवयवस्था के बारे में महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग से फ़ोन के माध्यम से गुहार लगाई है कि जिले को फुल फ़्लेज्ड सीएमओ मिलना चाहिए । जिससे तमाम प्रशासनिक कार्यो और सुविधाओं की व्यवस्था में तेज़ी लाई जा सके । जिले के सीएचसी और पीएचसी में आयरन, कैल्शियम की दवाओं की कमियों की लगातार आती शिकायतों का भी समाधान किया जा सके।