पलवल को जिला बनने के 17 साल बीत जाने के बाद भी नागरिकों को बरसाती पानी की निकासी की समस्या का कोई समाधान नहीं होने के कारण भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। पलवल को 15 अगस्त 2008 को जिला बनने का गौरव प्राप्त हुआ था। पलवल के जिला बनने के बाद यहंा के नागरिकों को शहर की पानी निकासी की समस्या का समाधान होने की उम्मीद जागी थी। जिला बनने के 17 साल बीत जाने के बाद पलवल में जिले के सभी विभागों के अधिकारियों की नियुक्ति हरियाणा सरकार द्वार कर दी गई है। हरियाणा सकरार द्वारा नगरपरिषद की समस्या के समाधान के लिए अलग से डीएमसी की नियुक्ति भी कर दी गई है। जिस पर इस समय मनीषा शर्मा को नियुक्त किया गया है। अलग से डीएमसी की नियुक्ति होने से पलवल के नागरिकों को पलवल शहर की बरसाती पानी की निकासी की समस्या का समाधान होने की उम्मीद जागी थी। लेकिन जिले के किसी भी अधिकारी द्वारा पलवल शहर के बरसाती पानी की निकासी के समाधान की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। नियुक्त की गई डीएमसी द्वारा पलवल शहर के बरसाती पाली की निकासी के समाधान की आस उस समय धूमिल होती नजर आई जब पलवल में बरसाती होने पर रैस्ट हाउस के पास स्थित डीएमसी का कार्यालय ही पूरी तरह से बरसाती पानी के कारण डूब जाता है तथा अधिकारी को स्वंय इस बरसती पानी में से हो कर अपने कार्यालय में जाना पड़ता है। पलवल के जिला बनने के बाद पलवल से जीतने वाले किसी भी विधायक को मंत्रीमंड़ल में केाई स्थान नहीं मिल पाया था। जिस कारण से नागरिक पिछले 17 सालों से नागरिक इसको प्रमुख कारण मान कर चल रहे थे। लेकिन पिछले साल पलवल से पहली बार विधायक बने गौरव गौतम के जीतने पर उनको मंत्रीमंड़ल में स्थान मिलने पर पलवल के नागरिकों को पलवल की वर्षों से चली आ रही बरसाती पानी की निकासी की समस्या का समाधान होने की उम्मीद जागी थी। गौरव गौतम द्वारा भी अधिकारियों को साथ ले कर नालों व नालियों की सफ ाई करने के आदेश प्रदान करके इस साल बरसाती पानी की निकासी की समस्या का समाधान होने की आस नागरिकों में जागी थी। लेकिन उनके भी दावे केवल हवा हवाई साबित हो कर रहे गए हैं तथा सफ ाई कराने के नाम पर खर्च की गई लाखों रूपयों की राशि भी इस साल बरसाती पानी में बहती नजर आई है। पलवल में जरा सी बरसात होने पर ही पलवल के मेन बाजार, अनेकों प्रमुख मार्गों व कॉलेानियों में बरसाती पानी के भर जाने के कारण नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तथा पलवल के नागरिक पलवल को जिला बनने के 17 साल बीत जाने तथा जिले के सभी शीर्ष अधिकारियों के पलवल में नियुक्त होने तथा गौरव गौतम के मंत्री बनने के बाद भी पानी की निकासी की समस्या का समाधान नहीं हो पाने से नागरिक अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं।