यमुना में पानी के बड़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड़ पर आ गया है। पलवल जिला उपायुक्त डॉक्टर हरीश कुमार वशिष्ठ ने पूरी तरह से कमान अपने हाथों में संभाल ली है। पलवल की एसडीएम ज्योति व होडल एसडीएम बलीना के द्वारा यमुना में बड़ रहे पानी को ले कर सभी तहसीलदार, पटवारियों व गिरदावरों की डयूटी लगा दी गई है। हथनीकुंड बैराज से छोडे गए पानी के पलवल जिले में पहुंचने पर पलवल ब्लॉक में पडऩे वाले गावों मौवलीपुर व इन्द्रा नगर को पूरी तरह से खली करा लिया गया है। इन गावों के ग्रामीणों व मवेशियो को पलवल के एमबीएन, मुस्तफ जाबाद, अनाज मंड़ी में बनाए गए राहत शिविरों में रखा गया है। जिला प्रशासन द्वारा नागरिकों के खाने, पीने व मवेशियों के लिए चारे का पूरा इंतजाम किया गया है। जिला उपायुक्त डॉक्टर हरीश कुमार वशिष्ठ द्वारा पलवल ब्लॉक के गावों सोलडा, बागपुर, दोस्तपुर, गुरवाड़ी, थंथरी, काशीपुर, अतवा, रहीमपुर, भेवलीपुर, इन्द्रा नगर का दौरा किया गया व हसनपुर ब्लॉक के गांवों हसनपुर, लहरपुर, सतुआ गढ़ी,सृजन का नंगला आदिरी गावों का दौरा किया है। जिला उपायुक्त ने अपने दौरे के दौरन ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जिला प्रशासन पूरी तरह से ग्रामीणों के साथ है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीणों की सहायता के लिए पूरे प्रवन्ध किए हुए हैं। उन्होंने ग्रामीणों का भी आह्वान किया कि वह किसी भी प्रकार की अफ वाह में नहंी आएं तथा जिला प्रशासन द्वारा पहुंचाई जाने वाले सूचनाओं पर ही विश्वास करेें। यमुना में हथनीकुंड़ बैराज से छोडे गए 3 लाख 30 हजार क्यूसिक पानी के पलवल जिले में पहुंचने के बाद पलवल के गावों में तो इसका कुछ असर देखने को मिला है, लेकिन हसनपुर खंड़ के गावों में केवल गावों की सीमा के पास तक ही यह पानी पहुंचा है। हांलाकि यमुना से सटे गावों के खेतों में खड़ी फ सल पूरी तरह से तबाह हो गई है, लेकिन किसी भी प्रकार के जानमाल का नुकसान का अभी तक नहीं हुआ है। जिला प्रशासन की लगातार मुस्तैदी के कारण व एसडीएम ज्योति व बलिना द्वारा अपनी पूरी टीम के साथ पूरी तरह से यमुना से सटे गावों में तैनाती के कारण स्थिती अभी तक नियन्त्रण में है।