भारत-पाकिस्तान के युद्ध के दौरान होडल उपमंडल के मोहम्मद पुर गांव निवासी शहीद दिनेश कुमार शर्मा के रविवार को आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में किसी भी कांग्रेसी नेता ने नहीं पहुंच कर इस कार्यक्रम का बायकॉट किया गया । उल्लेखनीय है कि शहीद दिनेश कुमार शर्मा जो की पाकिस्तानी आक्रमण में देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए थे ।उनके अंतिम संस्कार के समय कांग्रेसी नेताओं की मंचसंचालक के द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए नाम नहीं बोला गया था। जिसकी नाराजगी हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने जिला उपायुक्त डॉक्टर हरीश कुमार वशिष्ठ के समक्ष प्रकट की थी । इस अंतिम संस्कार में कांग्रेसी नेताओं का पूरी तरह से बायकॉट किया गया था तथा शाहिद के श्रद्धांजलि समारोह को भाजपामय बना दिया गया था। शाहिद के इस श्रद्धांजलि समारोह में मंचसंचालन के लिए सैनिक के अलावा एक अन्य व्यक्ति को मंच संचालन करने के लिए नियुक्त करने व उसके द्वारा जानबूझकर के कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आमंत्रित नहीं करने पर भी कांग्रेसी नेताओं में गहरी नाराजगी व्याप्त थी । जिस कारण से हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ,पूर्व मंत्री करण दलाल सहित अन्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को श्रद्धांजलि देने के लिए आमंत्रित भी नहीं किया गया था। इसी कारण ही रविवार को शहीद दिनेश कुमार शर्मा के श्रद्धांजलि समारोह का कांग्रेस के सभी नेताओं के द्वारा बाय काट किया गया था। शहीद दिनेश शर्मा को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान के विधानसभा क्षेत्र होने में बावजूद भी वह आज के इस श्रद्धांजलि समारोह में नहीं पहुंचे।वहीं कांग्रेसी नेताओं के अलावा भाजपा पार्टी का भी कोई मंत्री आज श्रद्धांजलि समारोह में नहीं पहुंचा। होडल के भाजपा विधायक ने श्रद्धांजलि सभा में पहुंचकर के पार्टी की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभन से इस संदर्भ में उनके मोबाईल पर सम्पर्क करने पर उनका मोबाईल बंद हेाने के कारण सम्पर्क नहीं हो पाया है। पूर्व मंत्री करण दलाल ने शहीद के अंतिम संस्कार पर कांगे्रसी नेताओं के साथ भेदभाव की घटना पर अपनी कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। कांग्रेस पार्टी के सांसद दीपेन्द्र हुडडा द्वारा भी शहीद के घर पर पहुंच कर परिवार को सांत्वना प्रदान करते हुए स्मारक बनाने के लिए 11 लाख रूपए देने की घोषणा की गई थी। इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के द्वारा भी शहीद के घर पर पहुंचकर उसको श्रद्धांजलि अर्पित की गई थी और अनेकों सरकार की ओर से सुविधा मुहैया कराने की घोषणा भी की गई थी।
