पलवल में प्रॉपर्टी डीलरों के द्वारा अवैध रूप से प्लॉट काटने का धंधा खूब फल फूल रहा है। कुछ लोग अवैध रूप से प्लाट काट कर लोगों को गुमराह करके बेच रहे है। जिससे कई लोग अपने खून पसीने की कमाई को लुटवा रहे है। पलवल में एसआरएस सिटी के पीछे सेक्टर-छह में, नेशनल हाइवे पर गांव आगवानपुर के निकट, ट्रैफिक थाने के सामने, ओमैक्स सिटी के पीछे गांव काशीपुर से पहले अवैध प्लाट काटे जा रहे है। जबकि ऐसा करने से पहले जिला नगर योजना विभाग से मंजूरी लेना अनिवार्य है। ऐसे में जिला प्रशासन ने भी आंखे मूंद ली है। बताया जाता है कि इन अवैध प्लाट धारको को सत्ता पक्ष में भी अच्छा खास दखल है। पलवल में अवैध प्लॉट काटने का धंधा इसलिए भी फल फूल रहा है कि पलवल में प्लाटिंग की रजिस्ट्री पर रोक लगाने के बावजूद भी खुलेआम प्लाटों की रजिस्ट्री की जा रही है। डीटीपी विभाग के द्वारा अवैध कॉलोनी पर उस समय अपना पीला पंजा चलाया जाता है जब वहां पर चार दिवारी व मकान बनाने का कार्य आरंभ हो जाता है ।लेकिन उससे पहले डीटीपी विभाग के द्वारा प्रापर्टी डीलर के द्वारा काटने वाली अवैध कलौंजियों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई जाती है। पलवल में नगर परिषद व डीटीपी विभाग के अनुमति के बगैर कोई भी प्लॉट मालिक अपने मकान का निर्माण नहीं कर सकता है। इसके अलावा मकान का निर्माण करने के दौरान नियमानुसार अपने मकान के बाहर पेड़ पौधों के लिए जगह छोड़नी होती है, लेकिन पलवल में नगर परिषद व डीटीपी विभाग के अधिकारियों के साथ मिली भगत के कारण अधिकतर प्लॉट मालिकों के द्वारा इन आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है । प्लॉट मालिक अपनी पूरी जमीन पर ही मकान का निर्माण कर रहे हैं और नगर परिषद प्रशासन द्वारा इन पर कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है। दूसरी तरफ जिला नगर योजना विभाग के प्रभारी अनिल मलिक का कहना है कि किसी भी सूरत में अवैध प्लाट पनपने नही दिए जाएंगे। लेकिन यह केवल बयानबाजी तक ही सीमित होकर के रह गया है।
