शहर होडल में गंदे पानी की निकासी व गंदगी के ढ़ेरों से नाराज विधायक हरेन्द्र सिंह द्वारा सोशल मिडिय़ा पर अधिकारियों द्वारा सुनवाई नहंीं करने की शिकायत ड़ालने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा संज्ञान लेने पर जिला उपायुक्त पलवल डॉक्टर हरीश कुमार वशिष्ठ को होडल विधानसभा क्षेत्र का दौरा करने कर पानी निकासी व गंदगी की समस्या का समाधान करने के आदेश प्रदान करने के डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी इसकी सुनवाई नहंी करने के कारण इनमें से उठने बाली बदबू के कारण नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मूख्यमंत्री के आदेश पर जिला उपायुक्त डाक्टर हरीश कुमार वशिष्ठ व विधायक हरेन्द्र सिंह ने 10 जुलाई को जिला एमसीडी मनीषा शर्मा, एसडीएम होडल बैलिना, जनस्वास्थ्य विभाग एक्सीयन, सिंचाई विभाग व नगरपरिषद होडल के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ होडल शहर का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने जगह- जगह भरे पानी व गढ़ी, बाईपास रोड़ तथा गढ़ी रोड़ पर जमा भारी गंदगी को देख कर अधिकारियों का ेकड़ी फ टकार लगाते हुए इन दोनों स्थानों पर से गंदगी के ढ़ेरों को समाप्त करने के आदेश प्रदान किए थे। लेकिन जिला उपपायुक्त के इन आदेशों की नगरपरिषद, जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा कोई भी तबज्जो नहीं देते हुए इसका समाधान करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है, जिस कारण से गढ़ी, बाईपास रोड़ व गढ़ी रोड़ पर गंदगी के ढ़ेर लगे हुए हैं। बरसात के मौसम में इनमें से उठने बाली बदबू के कारण यहंा पर से निकलने व रहने वाले नागरिकों का रहना भी दूभर हो गया है। ऐसा लगता है कि जिला उपायुक्त के आदेशों की पालना करना भी अधिकारी अपना कर्तव्य नहीं समझते हैं। इस कारण ही उपायुक्त के आदेशों के लगभग डेढ माह बीत जाने के बाद भी अभी तक इन गंदगी के ढ़ेरों को हटाने की दिशा में कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। जिला उपायुक्त द्वारा मुख्यमंत्री के आदेश पर स्व्चछता पख्वाड़े की भी होडल में शूरूआत की गई थी। लेकिन वह भी टांय -टांय फि स्स होता नजर आ रहा है। मजे की बात यह है कि होडल प्रशासन द्वारा स्वतन्त्रता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में इन विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को उत्र्कष्ट कार्य करने पर सम्मानित करने का कार्य भी किया गया था। एसडीएम होडल बलिना से मोबाईल पर सम्पर्क करेन पर उनके द्वारा मोबाईल नहीं उठाने के कारण सम्पर्क नहीं हो पाया है।